Sunday, August 7, 2022

नए शोध में खुलासा, स्तन कैंसर के खतरे को कम कर सकता है ओमेगा-3 फैटी एसिड

Breast Cancer इस शोध से पता चला है कि ओमेगा-3 फैटी एसिड पाचन क्रिया के बाद एंडोकैनाबिनॉयड मॉलिक्यूल ईडीपी-ईए नामक रसायन में तब्दील हो जाता है। यह रसायन कैंसर के प्रभाव और सूजन को कम करने में कारगर साबित होता है।

 

Breast Cancer: शरीर में असामान्य और अनियंत्रित ढंग से कोशिकाओं के बढ़ने पर कैंसर की बीमारी होती है। वहीं, स्तन कैंसर तब होता है, जब स्तन कोशिकाओं में लगातार वृद्धि होती है। इस स्थिति में स्तन में गांठ बन जाता है, जिसे स्पर्श कर महसूस किया जा सकता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन की मानें तो भारत में हर साल 16 मिलियन लोग कैंसर से पीड़ित होते हैं। वहीं, 10 में एक व्यक्ति को जीवनकाल में कैंसर होने की संभावना रहती है। प्राथमिक स्तर पर कैंसर का इलाज संभव है। लंबे समय तक पीड़ित रहने पर यह बीमारी खतरनाक साबित हो सकती है। इसके लिए कैंसर के लक्षण दिखने पर तत्काल कैंसर हॉस्पिटल जाकर उपचार कराना श्रेष्टकर होता है। साथ ही डाइट और लाइफस्टाइल में भी बदलाव करें। स्तन कैंसर पर कई शोध किए गए हैं और कई शोध किए जा रहे हैं। इनमें एक नवीनतम शोध में खुलासा हुआ है कि ओमेगा-3 फैटी एसिड, स्तन कैंसर के खतरे को कम कर सकता है। इस शोध में दावा किया गया है कि ओमेगा-3 फैटी एसिड युक्त चीजों के सेवन से स्तन कैंसर का खतरा कम हो जाता है। आइए, इस शोध के बारे में सबकुछ जानते हैं-

The Journal of The North American Menopause Society में छपी एक शोध में दावा किया गया है कि सीफूड में ओमेगा-3 फैटी एसिड प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। इसके सेवन से स्तन कैंसर का खतरा कम हो जाता है। इस शोध में 1600 लोगों को शामिल किया गया था। इसमें पाया गया कि ओमेगा-3 फैटी एसिड सेहत के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। इसके सेवन से डायबिटीज, मेटाबॉलिक डिसऑर्डर, हृदय संबंधी बीमारियों का खतरा कम हो जाता है। साथ ही इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी के गुण पाए जाते हैं। इससे ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस कम होता है। इसके लिए डाइट में ओमेगा-3 फैटी एसिड रिच फ़ूड जरूर शामिल करें।

एक अन्य शोध में भी यह खुलासा हो चुका है कि स्तन कैंसर के खतरे को कम करने में ओमेगा-3 फैटी एसिड कारगर साबित होता है। यह शोध University of Illinois Urbana-Champaign के तत्वाधान में हुई है। इस शोध से पता चला है कि ओमेगा-3 फैटी एसिड पाचन क्रिया के बाद एंडोकैनाबिनॉयड मॉलिक्यूल ईडीपी-ईए नामक रसायन में तब्दील हो जाता है। यह रसायन कैंसर के प्रभाव और सूजन को कम करने में कारगर साबित होता है। इसके लिए डाइट में सीफूड, साल्मन, चिया सीड, साल्मन, अलसी के बीज, अखरोट, ऑलिव ऑयल आदि चीजों को शामिल कर सकते हैं।

डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।

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