थायराइड रहने शरीर में हार्मोन का उत्सर्जन कम होने लगता है। इससे शरीर में कैलोरी गेन होने लगती है। कैलोरी गेन के समानुपात में बर्न न होने से वजन बड़ी तेजी से बढ़ता है। इसके लिए थायराइड के मरीजों को मोटापा की भी परेशानी होती है। विशेषज्ञों की मानें तो गर्दन के अंदर तितली की आकार में थायराइड ग्रंथि होती है, जिसे अवटु ग्रन्थि भी कहा जाता है। यह ग्रंथि दो प्रकार के हार्मोन उत्सर्जित करती है। जब ग्रंथि से कम अथवा अधिक हार्मोन निकलने लगता है, तो थायराइड की समस्या होती है। इस स्थिति में शरीर की सभी कोशिकाएं प्रभावित होती हैं। अगर आप भी थायराइड के मरीज हैं और मोटापे से परेशान हैं, तो बढ़ते वजन को कंट्रोल करते समय इन बातों का ध्यान जरूर रखें। आइए जानते हैं-
-थायराइड के मरीज तनाव से दूर रहें। तनाव से कई अन्य बीमारियां दस्तक देती हैं। वहीं, तनाव को कम करने के लिए पर्याप्त नींद लें। डॉक्टर हमेशा सेहतमंद रहने के लिए रोजाना 6 से 8 घंटे सोने की सलाह देते हैं। इसके लिए रोजाना कम से कम 7 घंटे जरूर सोएं।
-शरीर को हायड्रेट रखने के लिए रोजाना पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं। अगर संभव है, तो रोजाना 10 गिलास पानी जरूर पिएं। साथ ही लिक्विड चीजों का भी अधिक से अधिक सेवन करें।
-थायराइड के मरीजों को डाइटिंग से परहेज करना चाहिए। डायटिंग करने से शरीर में प्रोटीन की कमी होने लगती है। इससे सेहत पर बुरा असर पड़ता है। साथ ही शरीर में आयोडीन की कमी होने लगती है। इसके लिए डायटिंग बिल्कुल न करें। खाने में फाइबर और प्रोटीन रिच फूड्स को अधिक से अधिक शामिल करें।
-इसके अलावा, ग्लाइसेमिक इंडेक्स रिच फूड्स को डाइट में शामिल न करें। इन चीजों में शुगर अधिक मात्रा में रहती है। इससे शरीर में ग्लूकोज बढ़ने लगता है। इसके लिए ग्लाइसेमिक इंडेक्स रिच फूड्स से परहेज करें।
डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।