Food for Healthy Lungs: बॉडी के साथ नियमित तौर पर अपने फेफड़ों को भी डिटॉक्स करते रहना जरूरी है, खासतौर पर कोरोना महामारी के बाद तो ये और ज्यादा जरूरी हो गया है। दूसरा हवा में घुलते प्रदूषण की वजह से भी सांस से जुड़ी समस्याएं बहुत ज्यादा बढ़ गई है। लेकिन ज्यादातर लोगों का ध्यान तब जाता है जब सांस की परेशानी बहुत ज्यादा बढ़ जाती है। बेहतर होगा कि फेफड़ों को हेल्दी रखने के लिए ब्रीदिंग एक्सरसाइज के साथ खानपान पर भी ध्यान दें।
वायुमार्ग में सूजन होने पर सांस लेना मुश्किल हो जाता है और छाती भारी और बंद हो जाती है। तो इसके लिए इन फूड आइटम्स को खासतौर से अपनी डाइट में शामिल करें।
हल्दी
इसमें करक्यूमिन तत्व होता है जिसमें एंटीऑक्सीडेंट और सूजनरोधी प्रभाव होते हैं, जो श्वास नली की सूजन और छाती की जकड़न को दूर करने में मदद करते हैं। यह फेफड़ों के कामकाज में सुधार कर सांस से जुड़ी कई तरह की बीमारियों को ठीक करने में मदद करती है।
अखरोट
यह ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर होता है, जो फेफड़ों की सूजन को कम करने में मदद करता है। रोजाना मुट्ठीभर अखरोट खाने से सांस की पुरानी समस्याओं से राहत मिल सकती है।
लहसुन
इसमें एलिसिन एंटीबायोटिक यौगिक होता है, जो फेफड़ों में अगर किसी तरह का कोई इंफेक्शन है जिससे सांस लेने में परेशानी हो तो उसे दूर करता है। लहसुन एक प्राकृतिक तत्व है। इसके एंटीऑक्सीडेंट गुण फेफड़ों की सूजन को कम करते हैं।
ग्रीन टी
ग्रीन टी पीने से गले और छाती में जमा कफ काफी हद तक दूर किया जा सकता है। इसके एंटीऑक्सीडेंट गुण की वजह से फेफड़ों की सूजन को कम करने में मदद मिलती है।
पानी
शुष्क फेफड़ों में सूजन औऱ जलन की संभावना ज्यादा होती है। रोजाना गर्म पानी पीने से शरीर हाइड्रेट रहेगा और बलगम को कम करने में भी मदद मिलेगी।
इसके अलावा पत्तेदार सब्जियां, बीन्स, दाल, अदरक, सेब, खट्टे फल, प्याज, अलसी को भी अपनी डाइट का हिस्सा बनाएं। हेल्थ सही करने के लिए धूम्रपान का सेवन पूरी तरह से बंद कर दें अगर करते हैं तो।
डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।