Good Cholesterol: शरीर में दो प्रकार के कोलेस्ट्रॉल होते हैं। पहला गुड कोलेस्ट्रॉल और दूसरा बैड कोलेस्ट्रॉल है। गुड कोलेस्ट्रॉल सेहत के लिए फायदेमंद होता है। खासकर, हार्ट यानी हृदय को स्वस्थ रखने में अहम भूमिका निभाता है। यह रक्त में मौजूद एक्स्ट्रा फैट (अतिरिक्त वसा) को हटाता है। साथ ही रक्त की धमनियों को साफ रखता है। इससे रक्त संचार में बाधा नहीं आती है। वहीं, बैड कोलेस्ट्रॉल की वजह से हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा रहता है। बैड कोलेस्ट्रॉल के बढ़ने से रक्त संचरण में अवरोध पैदा होता है। इस वजह से शरीर में रक्त प्रवाह धीमा हो जाता है या पूरी तरह से बंद हो जाता है। ऐसी स्थिति में स्ट्रोक और हार्ट संबंधी बीमारी होती है। इसके लिए शरीर में गुड कोलेस्ट्रॉल रहना चाहिए। अगर आप भी बॉडी में गुड कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाना चाहते हैं, तो खानपान में विशेष बदलाव कर गुड कोलेस्ट्रॉल को बूस्ट कर सकते हैं। आइए जानते हैं-
कैनोला तेल
2014 की एक शोध की मानें तो कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में कैनोला तेल फायदेमंद साबित हो सकता है। यह शोध कनाडा में किया गया है। इस शोध के जरिए खुलासा हुआ है कि कैनोला तेल से बनी रोटी खाने से बैड कोलेस्ट्रॉल कम होता है। इससे स्ट्रोक और हृदय संबंधी बीमारियों का खतरा 7% कम हो जाता है। इसके लिए अपनी डाइट में कैनोला तेल( राई तेल) को जरूर शामिल करें।
अखरोट
अखरोट में प्रोटीन, कैल्शियम, वसा, कार्बोहाइड्रेट, विटामिन-ई, बी 6, कैलोरी जैसे कई आवश्यक पोषक तत्व मौजूद होते हैं, जो सेहत के लिए फायदेमंद होते हैं। खासकर हृदय के लिए अखरोट दवा समान है। बार्सिलोना अस्पताल और लोमा लिंडा यूनिवर्सिटी के संयुक्त शोध में दावा किया गया है कि रोजाना 30 से 60 ग्राम अखरोट खाने से हृदय संबंधी सभी रोगों का खतरा कम हो जाता है।
बादाम
इसमें कैल्शियम, मैग्नीशियम विटामिन ई, जिंक और ओमेगा 3 फैटी एसिड प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। खासकर, ओमेगा 3 फैटी सेहत के लिए फायदेमंद होता है। इससे बैड कोलेस्ट्रॉल कम और गुड कोलेस्ट्रॉल में इजाफा होता है। साथ ही रोजाना बादाम खाने से दिमाग तेज होता है। इसके लिए रोजाना बादाम और अखरोट जरूर खाएं। इसके अलावा, रोजाना डांसिंग, वॉकिंग, रनिंग, जुंबा, स्विमिंग एक्सरसाइज जरूर करें।
डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।