Jaundice In Monsoon: बारिश के मौसम में लोगों को चटपटा-मज़ेदार खाना खाने का ज़्यादा दिल चाहता है और वे परिवार या दोस्तों के साथ बाहर मिलने वाले खाने का मज़ा लेते हैं। यह साल का वो समय भी होता है जब कई तरह के मौसमी इन्फेक्शन बढ़ने लगते हैं और लोगों का हेपेटाइटिस-ए और हेपेटाइटिस-ई की चपेट में आना आसान हो जाता है। ऐसा इसलिए होता है कि क्योंकि इस समय पर पानी की सप्लाई लाइन्स और पानी की टंकी का पानी दूषित हो जाता है, जिससे लिवर से जुड़ी बीमारियों का ख़तरा बढ़ता है। इन्हीं में से एक है जॉन्डिस!
जॉन्डिस से कैसे बचें?
मानसून के समय, कई लोग जॉन्डिस की चपेट में आ जाते हैं। इस बीमारी को हल्के में नहीं लेना चाहिए क्योंकि अगर ध्यान न दिया जाए, तो यह जानलेवा साबित हो सकता है। हालांकि, ऐसे कई तरीकें हैं, जिनसे आप जॉन्डिस से बच सकते हैं।
जॉन्डिस 4 तरीकों से फैलता है:
1. लिवर का बढ़ना
2. खून की कमी
3. संक्रमण
4. किसी पुरानी बीमारी के बैक्टीरिया का शरीर में रह जाना
जॉन्डिस के लक्षण क्या हैं?
हालांकि, जॉन्डिस साल के किसी भी समय हो सकता है, लेकिन इसका जोखिम खासतौर पर बरसात के मौसम में बढ़ जाता है। आइए जानें जॉन्डिस के लक्षणों के बारे में:
- नाखूनों और आंखों का पीला होना
- त्वचा और पेशाब के रंग का पीला होना
- भूख न लगना और चिड़चिड़ापन
- स्वाद न आना
- मतली और उल्टी
- थकावट और कमज़ोरी
- बुखार के साथ कंपकपी
- जबान या स्वाद का कड़वा होना
- पीला दिखाई देना
- मल का रंग पीला या काला हो जाना
- धड़कनों का तेज़ हो जाना
- सिर दर्द
इस बीमारी के दौरान क्या करें और क्या न करें
- जॉनडिस होने पर मरीज़ को बेड रेस्ट के साथ समय पर खाना और दवाई लेने की सलाह दी जाती है।
- उनको खूब सारा गन्ने का रस, मूली का जूस, टमाटर का रस, नींबू पानी, संतरे का जूस, ग्लूकोज़ का पानी पीने की सलाह दी जाती है।
- तले और ऑयली फूड को बिल्कुल बंद करने की सलाह दी जाती है। घी, मक्खन, तेल या मलाई का सेवन नहीं करना चाहिए।
- इसके अलावा भिंडी, अरबी, बैंगन और फूलगोभी भी न खाएं।
- शराब, तंबाकू, चाय, कॉफी और गर्म या मसालेदार खाना भी खाने की सख्त मनाही होती है।
- मरीज़ हल्का खाना चाहिए जिसे पचाना आसान हो।
- मरीज़ को सिर्फ उबला हुआ पानी ही पानी चाहिए।
- डाइट में मूंग और मसूर की दाल ज़रूर शामिल करें।
- खूब सारा छास बिना मसालों के पिएं।
Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।