Diet Tips: डाइट हम चाहे कितनी भी हेल्दी रखें, लेकिन फिर भी कुछ फूड्स को एक-साथ खाने से सेहत को नुकसान भी पहुंच सकता है। आपने कई बार सुना भी होगा कि दही, दूध या फिर आम को कुछ चीज़ो के साथ नहीं खाना चाहिए। ऐसा ही कॉम्बिनेशन है मछली और दूध का, जिसके बारे में आज बात करेंगे। मछली और दूध को एक साथ खाने की सलाह आपको कोई नहीं देगा। यह सदियों पुरानी धारणा है कि इन दोनों चीज़ों को साथ में खाने से त्वचा से जुड़ी समस्याएं जन्म ले सकती हैं। तो आइए जानें कि क्या सच में यह कॉम्बिनेशन नुकसान करता है?
क्या कहते हैं हेल्थ एक्सपर्ट्स?
कुछ समय पहले डॉ. सिद्धांत भार्गव ने इंस्टाग्राम पर एक रील शेयर करते हुए इस बारे में बताया। उन्होंने कहा कि वैज्ञानिक तौर पर, इस बात का कोई प्रमाण नहीं है कि मछली खाते समय दूध पीना शरीर और त्वचा के लिए हानिकारक हो सकता है। हालांकि, कुछ एक्सपर्ट्स का मानना है कि इन दोनों को साथ में खाने से सिर्फ उन लोगों को नुकसान पहुंच सकता है, जो इनमें से किसी से भी एलर्जिक हैं।
क्या कहता है आयुर्वेद?
आयुर्वेद के अनुसार, खाने की इन दोनों चीज़ो का असर शरीर पर अलग तरह से पड़ता है, इसलिए इन्हें साथ में नहीं खाना चाहिए। दूध की तासीर ठंडी होती है और मछली की गर्म और दोनों को साथ में खाने से असंतुलन पैदा होता है, जो शरीर में केमिकल बदलाव का कारण बन सकता है।
मछली और दूध में पोषक तत्व
अगर दूध और मछली को अलग-अलग देखा जाए, तो दोनों में उच्च मात्रा में पोषक तत्व शामिल हैं, इसलिए कई जगह इन दोनों का सेवन साथ में किया जाता है। कई लोग मछली को पकाते वक्त उसमें दही भी डालते हैं, जो दूध से ही बना होता है। कुछ का मानना है कि दोनों प्रोटीन के अच्छे स्रोत ज़रूर हैं, लेकिन शरीर को इन्हें पचाने के लिए दो अलग-अलग डाइजेस्टिव जूस की ज़रूरत पड़ती है, इसलिए साथ में खा लेने से आपका पाचन खराब हो सकता है।
नतीजा क्या निकलता है?
वैज्ञानिक दृष्टिकोण से देखा जाए तो, यह कॉम्बीनेशन बिल्कुल भी खराब नहीं है। हालांकि, अगर आयुर्वेद की सुनें, तो यह कॉम्बिनेशन तकलीफ ज़रूर पैदा कर सकता है। हालांकि, कई लोग इस कॉम्बिनेशन का बिना किसी नुकसान के लगातार इस्तेमाल कर रहे हैं। तो इससे नतीजा यह निकलता है कि कमज़ोर इम्युनिटी वाले लोगों को मछली और दूध के कॉम्बिनेशन से दूर रहना चाहिए।
Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। अपनी डाइट में किसी भी तरह का बदलाव करने से पहले डॉक्टर से बात करें। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।