Basil Tea Benefits: आजकल डायबिटीज आम समस्या बन गई है। रोजाना इसके मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है। इस बीमारी के होने के कारण हैं, लेकिन प्रमुख रक्त में शर्करा यानी शुगर का बढ़ना और अग्नाशय से इन्सुलिन हार्मोन न निकलना है। हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो एक बार डायबिटीज होने जाने के बाद ज़िंदगी भर साथ रहती है। इस बीमारी में मीठे चीजों को खाने की मनाही होती है। इसके लिए डायबिटीज के मरीजों को खानपान पर विशेष ध्यान देना चाहिए। वहीं, बढ़ते शुगर को कंट्रोल करने के लिए रोजाना तुलसी की चाय जरूर पिएं। इसके सेवन से बढ़ते शुगर को कंट्रोल करने में मदद मिलती है। आइए, इसके बारे में सबकुछ जानते हैं-
तुलसी
सनातन धर्म में तुलसी पौधे का विशेष महत्व है। सनातन धर्म के अनुयायी तुलसी पौधे की पूजा करते हैं। खासकर, सनातन धर्म की महिलाएं रोजाना तुलसी के पौधे में जल का अर्घ्य देती हैं। साथ ही दीप जलाकर आरती वंदना करती हैं। आयुर्वेद में तुलसी को औषधि का दर्जा प्राप्त है। इसमें कई आवश्यक पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो सेहत के लिए वरदान साबित होते हैं। वहीं, तुलसी की चाय में कैफीन नहीं पाया जाता है। इसके लिए यह चाय सेहत के लिए वरदान साबित होती है। इस चाय के सेवन से उच्च रक्तचाप में आराम मिलता है। इसके अलावा, इम्यून सिस्टम मजबूत होता है। वहीं, शुगर कंट्रोल करने में भी मदद मिलती है।
जानकारों की मानें तो तुलसी में कई ऐसे आवश्यक पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो अग्नाशय की कोशिकाओं के कार्य को गति प्रदान करते हैं। साथ ही इंसुलिन हार्मोन भी रिलीज होता है। इससे रक्त में शर्करा स्तर को भी कंट्रोल में रहता है।
तनाव में है फायदेमंद
तुलसी के पत्ते में एडाप्टोजेन्स नामक पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो तनाव को कम करने में सहायक होते हैं। इससे तंत्रिका तंत्र को आराम और रक्त का संचरण सही से होता है। इससे तनाव में आराम मिलेगा। इसके लिए रोजाना सुबह में तुलसी की चाय जरूर पिएं।
डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।