Lemongrass Benefits: शरीर में दो प्रकार के कोलेस्ट्रॉल होते हैं। इनमें पहला गुड कोलेस्ट्रॉल है, जिसे HDL (high-density lipoprotein) कहा जाता है। वहीं, दूसरा बैड कोलेस्ट्रॉल है, जिसे (low-density lipoprotein) कहते हैं। गुड कोलेस्ट्रॉल हृदय के लिए फायदेमंद होता है। इससे खून में मौजूद फैट को कम करने और धमनियों को साफ करने में सहायता मिलती है। वहीं, बैड कोलेस्ट्रॉल धमनियों में जमा हो जाती है। इससे शरीर में रक्त संचार में अवरोध पैदा होता है। इस स्थिति में हार्ट अटैक आने का खतरा बढ़ जाता है। सामान्यतः शरीर में कोलेस्ट्रॉल लेवल 200 mg/dl से कम रहना चाहिए। इससे अधिक कोलेस्ट्रॉल लेवल सेहत के लिए नुकसानदेह साबित होता है। इसके लिए कोलेस्ट्रॉल लेवल कंट्रोल में रखना अनिवार्य है। अगर आप भी बढ़ते बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करना चाहते हैं, तो लेमनग्रास का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके सेवन से कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल में रहता है। आइए, इसके बारे में सबकुछ जानते हैं-
लेमनग्रास
लेमनग्रास एक घास है-जो भारत के अलावा, एशिया के कुछ देशों में पाई जाती है। इसका इस्तेमाल औषधि के रूप में किया जाता है। नींबू जैसी खुशबू के गुण होने के चलते लेमनग्रास की चाय बनाई जाती है। इसमें एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-इन्फ्लेमेटरी व एंटी-फंगल के औषधीय गुण पाए जाते हैं, जो सेहत के लिए बेहद लाभदायक होते हैं। खासकर कैंसर जैसी घातक बीमारी में लेमनग्रास बहुत लाभदायक होता है। साथ ही मच्छरों को भगाने के लिए लोग अपने घरों पर लेमनग्रास लगाते हैं। इसके अलावा, कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल करने में भी लेमनग्रास फायदेमंद साबित होती है। इसमें Geraniol और terpenoids यौगिक पाए जाते हैं, जो कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल कम करने में सहायक होते हैं।
कैसे करें सेवन
इसके लिए लेमन ग्रास की चाय बनाकर सेवन कर सकते हैं। खासकर, सुबह के समय लेमन ग्रास टी पीने से कई स्वास्थ्य लाभ मिलते हैं। कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल में रहता है, सर्दी-खांसी में आराम मिलता है, कैंसर और पेट संबंधी बीमारियों में गुणकारी होता है। अतः रोजाना डॉक्टर से सलाह लेकर लेमन ग्रास टी जरूर पिएं।
डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।